चौतरफा विरोध के बाद एनएमडीसी इस्पात संयंत्र का निजीकरण रुका
नगरनार में 16 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे एनएमडीसी इस्पात संयंत्र का निजीकरण पर रोक लगा दी गई है। इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है। पिछले मई महीने में ही विकास यात्रा में पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह ने इस बात के संकेत दे दिए थे। इधर भारत सरकार ने चौतरफा दबाव के बाद इस स्टील प्लांट का निजीकरण टाल दिया है।
- चौतरफा विरोध के कारण नगरनार में 16 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे एनएमडीसी इस्पात संयंत्र के निजीकरण पर रोक लगा दी गई है। भारत सरकार के नई दिल्ली स्थित उद्योग भवन से डिप्टी सेक्रेटरी जीपी मीणा ने छग सरकार के वाणिज्य व उद्योग विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी यशवंत कुमार के नाम 1 अगस्त को भेजे गए पत्र में साफ कर दिया है कि नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील प्लांट का विनिवेश फिलहाल टाल दिया गया है।
- पत्र में कहा गया है कि 19 जून 2018 के पत्र में छत्तीसगढ़ सरकार ने स्टील प्लांट के विनिवेशीकरण पर विरोध जताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की थी। पत्र के मुताबिक स्ट्रेटेजिक विनिवेश के संबंध में गठित इंटर मिनिस्ट्रियल ग्रुप (आईएमजी) ने नगरनार स्टील प्लांट के विनिवेश की प्रक्रिया को टालने की अनुशंसा की है।
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