Monday, 2 July 2018

अत्याधुनिक ऑक्सी रीडिंग जोन की शुरुआत, एक हजार छात्र कर सकेंगे पढ़ाई

अत्याधुनिक ऑक्सी रीडिंग जोन की शुरुआत, एक हजार छात्र कर सकेंगे पढ़ाई

OxyReading Zone raipur Chhattisgarh

नालंदा विश्वविद्यालय के नाम पर राजधानी में खोला गया विश्व स्तरीय ऑक्सी रीडिंग जोन रविवार को छात्रों के लिए खोल दिया गया। छात्र यहां प्रकृति की गोद में बैठकर खुले आसमान के नीचे तो वहीं वातानुकूलित कमरे में भी बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे। यहां पर एक साथ तकरीबन एक हजार छात्र पढ़ाई कर सकते हैं

ऑक्सी रीडिंग जोन की दीवारों में हीट रजिस्टेंस ग्लास और थर्मल इंसुलेशन युक्त छत का निर्माण किया गया है। यहां पर छात्रों को ई-लाइब्रेरी, वाईफाई जोन और मल्टीमीडिया क्लास रूम बनाया गया है। रविवार को ऑक्सी रीडिंग जोन में पढ़ाई करने के लिए चार सौ छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिसमें कुल 248 छात्र पढ़ाई करने पहुंचे थे। छात्रों के लिए तीन रेस्टोरेंट, स्टेशनरी, एटीएम, कम्प्यूटर और मोबाइल की दुकान खोली जाएगी।

गौरतलब है कि साढ़े छह एकड़ में 19 करोड़ की लागत से बने ऑक्सी रीडिंग जोन में छात्र 24 घंटे पढ़ाई कर सकेंगे। छात्र को रजिस्ट्रेशन के लिए ढाई हजार रुपए काशन मनी के तौर पर जमा करना पड़ेगा। उसके बाद सामान्य वर्ग के छात्र प्रति माह पांच सौ रुपये तथा बीपीएल कार्डधारी दो सौ रुपये फीस के तौर पर जमा कर पढ़ाई कर सकेंगे। ऑक्सी रीडिंग जोन चौबीस घंटे संचालित किया जाएगा। छात्र यहां पर सिविल सेवा सहित राष्ट्रीय स्तर की अलग-अलग प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।

सुरक्षा के लिए कैम्पस में सीसीटीवी कैमरे 

ऑक्सी रीडिंग जोन कैम्पस में सुरक्षा के लिए कुल 48 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रीडिंग टावर के बाहर चारों तरफ पीपल, कदम, अमलतास, कचनार, नीम समेत विभिन्ना प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं। इसके साथ ही युवा पानी के समीप पढ़ाई कर सकेंगे, ऑक्सी रीडिंग जोन में युवाओं को पढ़ने के लिए सालभर वातानुकूलित माहौल उपलब्ध होगा, वहीं खुले आसमान के नीचे प्रकृति की गोद में भी पढ़ाई कर सकेंगे। इसके साथ ही 24 गार्ड सुरक्षा के लिए तीन शिफ्ट में तैनात किए गए हैं।

50 हजार से ज्यादा किताबें एक ही छत के नीचे 

ऑक्सी रीडिंग जोन में जी प्लस टू रीडिंग टावर बनाया गया है। इसमें सूर्य की रोशनी अंदर तो आ सकेगी, लेकिन गर्मी अंदर प्रवेश नहीं कर पाएगी । रीडिंग टावर की लाइब्रेरी में डेढ़ करोड़ रुपये की लागत की 50 हजार से अधिक किताबें उपलब्ध हैं, जिनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें सहित मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट आईटी, विधि, पत्रकारिता, साहित्य, रिसर्च, कॉमर्स, कला आदि सभी क्षेत्रों में छात्र इसका लाभ ले सकेंगे। गार्डन और पेड़ के लिए नीचे 18 गजिबो, परगोलास और कैनोपी भी बनाए गए हैं। इसे इन्टेरेक्टिव जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां बैठकर युवा अध्ययन और आपस में डिस्कशन कर सकेंगे।

100 एमपीबीएस की स्पीड़ 24 घंटे

अधिकारी ने बताया कि ऑक्सी रीडिंग जोन में छात्रों के लिए चौबीस घंटे सौ एमबीपीएस स्पीड की ओपन वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही सफाई के लिए चौबीस घंटे कर्मचारी मौजूद रहेंगे। यदि रीडिंग जोन की लाइट कटती है तो जनरेटर की सुविधा रहेगी । स्मार्ट सिटी का यह पहला प्रोजेक्ट है, जो अपने निर्धारित अवधि से दो माह पहले पुरा हुआ है।

इस मद से होगी मरम्मत 

ऑक्सी रीडिंग जोन में पांच दुकान और तीन रेस्टारेंट की सुविधा रहेगी। इसमें एक ओपन रेस्टारेंट और दो रेस्टारेंट रहेंगे। इसके साथ ही पांच दुकाने खोली जाएगी। इन दुकानों से आने वाले किराए की राशि से इसका मेंटिनेंश किया जाएगा। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्र को कार्ड मुहैया कराया जाएगा। उसी कार्ड से छात्र आक्सी रीडिंग जोन के अंदर प्रवेश कर सकेंगे।

ऑक्सी रीडिंग जोन की शुरुआत कर दी गई है। काफी संख्या में छात्र पढ़ाई करने के लिए पहुंचे थे।

रजत बंसल, कमिश्नर, नगर निगम, रायपुर


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